Bhajan : Na Dena Chahe Kuber Ka Dhan
Bhajan Gayak : Shri Sheetal Pandey Ji
Na Dena Chahe Kuber Ka Dhan Magar Salika Sahoor Dena - Bhajan Lyrics
मैं मांगता तुमसे मेरे बाबा वो चीज़ मुझको ज़रूर देना
मैं मांगता तुमसे मेरे बाबा वो चीज़ मुझको ज़रूर देना - कोरस
मिले ज़माने की सारी खुशियां मगर ना मुझको गुरूर देना
मिले ज़माने की सारी खुशियां मगर ना मुझको गुरूर देना - कोरस
ना देना चाहे कुबेर का धन मगर सलीका सहूर देना
उठा के सर जी सकू जहा मे तू इतनी इज़्ज़त जरूर देना
उठा के सर जी सकू जहा मे तू इतनी इज़्ज़त जरूर देना - कोरस
ना बैर कोई ना कोई नफरत नजर ना आये कही बुराई कही बुराई
ना बैर कोई ना कोई नफरत नजर ना आये कही बुराई
हर एक दिल मे तू दे दिखाई मेरी नजर को वो नूर देना
हर एक दिल मे तू दे दिखाई मेरी नजर को वो नूर देना
बड़ी ना मांगू मैं चीज़ तुमसे औकात जितनी है मांगता हूँ मांगता हूँ
बड़ी ना मांगू मैं चीज़ तुमसे औकात जितनी है मांगता हूँ
जो घाव दुखने दिए है दिल मे वो सुख की मरहम जरूर देना
जो घाव दुखने दिए है दिल मे वो सुख की मरहम जरूर देना
मिलेगी रेहमत तुम्हे श्याम की मगर ये शर्त है कि साफ़ दिल हो कि साफ़ दिल हो
मिलेगी रेहमत तुम्हे श्याम की मगर ये शर्त है कि साफ़ दिल हो
मैं मांगता तुमसे मेरे बाबा वो चीज़ मुझको ज़रूर देना
मैं मांगता तुमसे मेरे बाबा वो चीज़ मुझको ज़रूर देना - कोरस
मिले ज़माने की सारी खुशियां मगर ना मुझको गुरूर देना
मिले ज़माने की सारी खुशियां मगर ना मुझको गुरूर देना - कोरस
ना देना चाहे कुबेर का धन मगर सलीका सहूर देना
उठा के सर जी सकू जहा मे तू इतनी इज़्ज़त जरूर देना
उठा के सर जी सकू जहा मे तू इतनी इज़्ज़त जरूर देना - कोरस
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