sheetal pandey bhajan

 खाटू ना आऊँ तो जी घबराता है

तू मेरा दाता है तू मेरा रहबर है

रुठ कर मुझसे प्रभु यूँ चले जाओगे तुम,

प्रेम का धागा तुमसे बांधा ये टूटे ना,

तेरा सुमिरन  तेरा दर्शन, यही आधार मेरा

गले से लगालो ना  कन्हैया मुझको गले से लगालो ना

मैं फिर भी तुमको चाहूंगा मैं फिर भी तुमको चाहूंगा

तेरा साथ है तो मुझे क्या फ़िक्र है

ना देना चाहे कुबेर का धन मगर सलीका सहूर देना

तेरी बांकी अदा ने ओ सांवरे हमें तेरा दीवाना बना दिया 

तुमसे ही प्रीत मेरी तू ही सच्चा यारा है 

चरण चाकरी दे दो म्हणे चरण चाकरी दे दो

सारा जमाना  श्याम का दीवाना

इतने पापों को धोने मे वक़्त तो लगता है

सांवरे से कोई भी ना बात छिपी













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