अपना तो खाटू वाला बाबा बड़ा दिलवाला
हे श्याम धणी दातार सम्भालो नैय्या की पतवार हमे क्यों भूल गए
दरबार मिला मुझको जो श्याम तुम्हारा है
सुनकर करुण पुकार सांवरा सो नहीं सकता
मेरी पहचान मेरा खाटू वाला श्याम है
सब कुछ बदल जाता है यहाँ पर लेख विधि का बदलता नहीं
भवसागर पड़ी मेरी नैया अब आजा रे मेरे कन्हैया
तेरी मूर्ति नहीं बोलती बुलाया कई बार
लाखों पापी तार दिए सुनते हैं सरकार
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