Bhajan - Bhav Sagar Padi Meri Naiya
Bhajan Gayak - Saurabh Madhukar Ji
Bhav Sagar Padi Meri Naiya Ab Aaja Re Mere Kanahiya - Bhajan Lyrics
भवसागर पड़ी मेरी नैया अब आजा रे मेरे कन्हैया
कहीं डूब ना जाऊं मझधार मे मेरी नैय्या का बन जा खिवैया
भवसागर पड़ी मेरी नैया अब आजा रे मेरे कन्हैया - कोरस
कहीं डूब ना जाऊं मझधार मे मेरी नैय्या का बन जा खिवैया - कोरस
बीच सभा मे जब द्रौपदी ने तुमको टेर लगायी थी
प्रेम के बंधन मे बंध कर तूने बहन की लाज बचाई थी
जब द्रौपदी ने तुझको पुकारा आया बहना का बनके तू भैय्या
कहीं डूबना जाऊं मझधार मे मेरी नैय्या का बन जा खिवैया
भवसागर पड़ी मेरी नैया अब आजा रे मेरे कन्हैया - कोरस
कहीं डूब ना जाऊं मझधार मे मेरी नैय्या का बन जा खिवैया - कोरस
सखा सुदामा से सावरिया तूने निभाई थी यारी
मीरा के विष के प्याले को अमृत कर दिया बनवारी
नानी नरसी ने तुझको पुकारा आया आया तू बंसी बजैया
कहीं डूब ना जाऊं मझधार मे मेरी नैय्या का बन जा खिवैया
भवसागर पड़ी मेरी नैया अब आजा रे मेरे कन्हैया - कोरस
कहीं डूब ना जाऊं मझधार मे मेरी नैय्या का बन जा खिवैया - कोरस
जरा सामने तो आ सांवरिया छुप छुप चलने मे क्या राज है - कोरस
यूँ छुप न सकेगा तू मोहन मेरी आत्मा की ये आवाज है - कोरस
सौरभ मधुकर हमने सुना है भगत बिना भगवान नहीं
भावना के भूखे हैं भगवन कहते वेद पुराण यही
आजा मैंने भी तुझको पुकारा आके थाम ले मेरी तू बइया
कहीं डूब ना जाऊं मझधार मे मेरी नैय्या का बन जा खिवैया
भवसागर पड़ी मेरी नैया अब आजा रे मेरे कन्हैया - कोरस
कहीं डूब ना जाऊं मझधार मे मेरी नैय्या का बन जा खिवैया - कोरस
मेरी नैय्या का बन जा खिवैया - कोरस
मेरी नैय्या का बन जा खिवैया - कोरस
मेरी नैय्या का बन जा खिवैया - कोरस
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