श्याम को मेलो आयो है, श्याम को मेलो आयो है
मेरे सिर पर रख दो बाबा,अपने यह दोनों हाथ
आई ग्यारस की फिर रात है, आ रही श्याम की याद है
जैसा चाहो मुझको समझना बस इतना ही तुमसे कहना
छोड़ेंगे ना हम तेरा द्वार ओ बाबा मरते दम तक
कन्हैया दौड़े आते हैं श्याम मेरे दौड़े आते हैं
मेरे खाटू वाला बाबा के दरबार मे भक्त जो आते हैं
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