Bhajan : Roothkar Mujhse Prabhu
Bhajan Gayak : Sheetal Pandey
Label: Yuki
Roothkar Mujhse Prabhu - Bhajan Lyrics
रुठ कर मुझसे प्रभु यूँ चले जाओगे तुम,
रुठ कर मुझसे प्रभु यूँ चले जाओगे तुम,
ये ना सोचा था कभी इतना आज़माओगे तुम,
रुठ कर मुझसे प्रभु यूँ चले जाओगे तुम,
आदत तो तुम्हारी है दया की ओ दयालु
तेरी नाराजी को बोलो कैसे मैं सँभालु
अपनों बच्चों की खता दिल से यूँ लगाओगे तुम
ये ना सोचा था कभी इतना आज़माओगे तुम
रुठ कर मुझसे प्रभु यूँ चले जाओगे तुम,
मैंने यही देखा मैं तो सुनता यही आया,
अपने प्रेमियों के आँसू तू ना देख पाया,
जिनको हँसाया सदा उनको रुलाओगे तुम,
ये ना सोचा था कभी इतना आज़माओगे तुम ,
रुठ कर मुझसे प्रभु यूँ चले जाओगे तुम,
तेरे सिवा सोनू किसी और दर ना जाए,
तू ये जानता है इसीलिए यूँ सताए,
देख कर बेबस मुझे ऐसे मुस्काओगे तुम
ये ना सोचा था कभी इतना आज़माओगे तुम
रुठ कर मुझसे प्रभु यूँ चले जाओगे तुम,
रुठ कर मुझसे प्रभु यूँ चले जाओगे तुम,
ये ना सोचा था कभी इतना आज़माओगे तुम,
रुठ कर मुझसे प्रभु यूँ चले जाओगे तुम,
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