Bhajan - Kabhi Bhagto Se Milne Aaya Karo
Bhajan Gayak - Shri Kanhiya Mittal Ji
Bhajan Company - Kanhiya Mittal Entertainments
कभी फागण मे आया कभी ग्यारस मे आया
कभी फागण मे आया कभी ग्यारस मे आया
कभी फागण मे आया कभी ग्यारस मे आया
कभी तुम भी मेरे घर आया करो
कभी भगतो से कभी भगतो से कभी भगतो से मिलने आया करो जी कभी भगतो से मिलने आया करो कभी भगतो से मिलने आया करो
आसमान मे चंदा निकले तारों की बारात हो
शीश झुका हो इस सेवक का सिर पे तेरा हाथ हो
आसमान मे चंदा निकले तारों की बारात हो
शीश झुका हो इस सेवक का सिर पे तेरा हाथ हो
बड़ा तुझको सजाऊँ तुझे इत्र लगाऊं
बड़ा तुझको सजाऊँ तुझे इत्र लगाऊं प्रभु मेरा मान बढ़ाया करो
कभी भगतो से कभी भगतो से कभी भगतो से मिलने आया करो जी कभी भगतो से मिलने आया करो कभी भगतो से मिलने आया करो
एक तमन्ना है इस दिल की जी भर के दीदार हो
नील घोड़े पे सवार मेरे सामने लखदातार हो
हाँ एक तमन्ना है इस दिल की जी भर के दीदार हो
नील घोड़े पे सवार मेरे सामने लखदातार हो
कभी चवर ढुराऊँ कभी चरण धुलाऊँ
कभी चवर ढुराऊँ कभी चरण धुलाऊँ कभी वक्त निकाल के आया करो
कभी भगतो से कभी भगतो से कभी भगतो से मिलने आया करो जी कभी भगतो से मिलने आया करो कभी भगतो से मिलने आया करो
बचपन बीता आयी जवानी तेरा ही बस ध्यान धरा
तूने ही बस खाटू वाले मेरा सारा काम करा
हाँ बचपन बीता आयी जवानी तेरा ही बस ध्यान धरा
तूने ही बस खाटू वाले मेरा सारा काम करा
चाहे नौकर बनाले चाहे चाकरी कराले
चाहे नौकर बनाले चाहे चाकरी कराले मित्तल को गले लगाया करो
कभी भगतो से कभी भगतो से कभी भगतो से मिलने आया करो जी कभी भगतो से मिलने आया करो कभी भगतो से मिलने आया करो
कभी फागण मे आया कभी ग्यारस मे आया
कभी तुम भी मेरे घर आया करो
कभी भगतो से कभी भगतो से कभी भगतो से मिलने आया करो जी कभी भगतो से मिलने आया करो कभी भगतो से मिलने आया करो
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